Friday, October 16, 2015

Romantic Hindi Ghazal Hindi Love Shayari

Romantic Hindi Ghazal Hindi Love Shayari 

तेरी चाँदनी में नहांऊ मैं ओर हर तरफ़ अंधेरा हो ।
एक चदर में लिपटे दो बदन, एक तेरा हो एक मेरा हो ।।

तेरे मखमली बदन मे, खुसबुओं के चमन मे ।
सदियों तक वो रात चले, सदियों दुर सवेरा हो ।।

तेरे होंठों को जब सिल दु मैं अपने होंठों के धागे से ।
एक सन्नाटे में ख़ामोशी से तेरी बाँहों ने मुझको घेरा हो ।।

दोनो िलपटे एक दुसरे से, गाँठ सी लग जाए बदनों मे ।
मेरे जिस्म में घर मिल जाए तुझे, तेरे िजस्म में मेरा बसेरा हो ।।

कास कुछ ऐसा हो, तु बन जाए मै, मैं बन जाँउ तू ।
बिस्तर पे तेरे मेरे िसवा, िसर्फ जुनुन ओर मोहब्बत का डेरा हो 

Romantic Hindi Ghazal Hindi Love Shayari 

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