Romantic Hindi Ghazal Hindi Love Shayari
तेरी चाँदनी में नहांऊ मैं ओर हर तरफ़ अंधेरा हो ।
एक चदर में लिपटे दो बदन, एक तेरा हो एक मेरा हो ।।
सदियों तक वो रात चले, सदियों दुर सवेरा हो ।।
तेरे होंठों को जब सिल दु मैं अपने होंठों के धागे से ।
एक सन्नाटे में ख़ामोशी से तेरी बाँहों ने मुझको घेरा हो ।।
दोनो िलपटे एक दुसरे से, गाँठ सी लग जाए बदनों मे ।
मेरे जिस्म में घर मिल जाए तुझे, तेरे िजस्म में मेरा बसेरा हो ।।
कास कुछ ऐसा हो, तु बन जाए मै, मैं बन जाँउ तू ।
बिस्तर पे तेरे मेरे िसवा, िसर्फ जुनुन ओर मोहब्बत का डेरा हो
Romantic Hindi Ghazal Hindi Love Shayari
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